मुंबई। सफलता के घोड़े पर सवार सोनाक्षी सिन्हा का जिंदगी जीने का अपना फलसफा है। वे मानती हैं कि जो चीज आपकी जिंदगी में नहीं हो सकी, उसको लेकर किसी किस्म का पछतावा नहीं होना चाहिए।
कई फिल्मों की शूटिंग में एकसाथ बिजी रहने के चलते उन्हें विश्वरूपम और रेस-2 छोड़नी पड़ी थी। वे कहती हैं, रेस-2 एक बड़ी प्रोजेक्ट की फिल्म थी, जबकि विश्वरूपम कमल हासन जैसे दिग्गज अभिनेता और फिल्मकार की फिल्म थी। बिजी शेड्यूल होने के चलते मुझे दोनों फिल्मों को न कहना पड़ा, लेकिन इस बात का कोई मलाल नहीं है। मैं मानती हूं कि जो होता है, अच्छे के लिए होता है। अगर किसी कारण आपको कोई चीज नहीं मिली है, तो इसका मतलब है कि ऊपरवाले ने आपके लिए उससे बड़ी चीज बना रखी है। लिहाजा, सकारात्मक सोच के साथ उसे हासिल करने की कोशिश करें।
सोनाक्षी कहती हैं, भविष्य में कमल हासन और टिप्स फिल्म्स के साथ काम करने का मौका मिला, तो उसे नहीं गंवाऊंगी। मुझे हिंदी के अलावा दूसरी भाषाओं की फिल्में करने की भी दिलीख्वाहिश है। मुझे तमिल, तेलगू और बंगाली फिल्मों से ऑफर भी मिल रहे हैं, लेकिन अभी पूरा ध्यान सिर्फ हिंदी फिल्मों की ओर है। आगे चलकर आर्ट फिल्में भी करनी हैं, लेकिन इंडस्ट्री में नई हूं। इसलिए थोड़ा वक्त ले रही हूं। वैसे लुटेरा को इस कैटिगरी की फिल्म कहा जा सकता है। यह शुद्ध रूप से मसाला फिल्म नहीं है!